क्या धोनी युग समाप्त हो गया?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने केन्द्रीय अनुबंध सूची में इस बार पूर्व कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी को जगह न देकर लोगों को अचानक ही हैरत में डाल दियासोशल मीडिया में धोनी के रिटायरमेंट को लेकर तरह-तरह की बातें होने लगी हैं और कई फैंस तो धोनी की स्थिति को देखकर बड़े भावुक हो गए हैं और उनके उदासीभरे बयान व कमेंट यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि धोनी की बिदाई लगभग तय हो चुकी है।
यहां तक कि हरभजनसिंह का भी मानना है कि धोनी ने अपना आखिरी मुकाबला खेल लिया है और अब उनकी टीम इंडिया में वापसी बड़ी मुश्किल है।
यद्यपि केन्द्रीय अनुबंध सूची में मात्र नाम न आने से यह साबित नहीं हो जाता कि धोनी का कैरियर समाप्त हो चुका है और यही बात बीसीसीआई के एक अधिकारी ने भी कही है। इसी तरह यदि सैद्धान्तिक रूप से भी देखा जाए तो अनुबंध लिस्ट में नाम न आने से यह नहीं कहा जा सकता कि धोनी के लिए टीम के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं।
हालांकि 2019 के वनडे विश्वकप के बाद से ही धोनी टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं और इस बीच सक्रिय क्रिकेट से वे लगभग अलग-थलग ही दिखाई दिए। यद्यपि झारखंड की टीम के साथ वे कुछ प्रकाशित तस्वीरों में प्रेक्टिस करते अवश्य दिखाई दिए, लेकिन ये वो धोनी नहीं लगे, जिसके लिए वे जाने जाते रहे हैं।
धोनी का क्रिकेट कैरियर काफी शानदार रहा और एक सफल कप्तान और महान फिनीशर के रूप में हमेशा ही चर्चा में रहे। अपने जुझारू और संघर्षशील व्यक्तित्व के बल पर उन्होंने भारत को अनेक महत्वपूर्ण सफलता दिलवाईं तथा क्रिकेट के तीनों ही फार्मेट में उनका प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा।
यूं तो हर खिलाड़ी को एक न एक दिन अलविदा कहना ही पड़ता है, पर धोनी की फिटनेस और प्रतिभा को देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता कि उनका रिटायरमेंट लेने का वक्त आ गया था। दरअसल, उनके अंदर अभी भी काफी उत्साह और आत्मविश्वास है तथा वे दो-तीन साल और खेल सकते हैं।