ज्वलंत समस्या

केरोना वायरस से मचा हड़कंप


जबसे चीन में केरोना वायरस का आतंक प्रारंभ हुआ है, तबसे सम्पूर्ण विश्व में कोहराम-सा मच गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस के खतरनाक प्रभाव को देखते हुए अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य संबंधित इमरजेंसी घोषित कर दी है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। हाल ही में केरल में एक संदिग्ध छात्र का पता चला है, जो केरोना वायरस से संक्रमित बताया जा रहा है। ऐसी स्थिति में चीन में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा अब सरकार के लिए चिन्ता का सबब बन गई है। चीन में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए आज दो विमान भेजे जा रहे हैं।


गौरतलब है कि चीन में इस वायरस के कारण हड़कंप मच गया है। वहां पर अब तक 212 लोग इस खतरनाक वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अब तक करीब 18 देशों में यह वायरस फैल चुका है और संबंधित सरकारें वहां ऐतिहात के तौर पर आवश्यक कदम उठा रही हैं। डॉक्टरों का मानना है कि केरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति द्वारा खांसने या छींकने से आसपास बैठा व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है। इससे बचाव का सबसे सुरक्षात्मक तरीका यही है कि उचित मॉस्क का प्रयोग करने के साथ ही साथ छींकने या खांसने वाले के सम्पर्क में आने के बाद अच्छी तरह से हाथ-मुंह धोएं। दरअसल, बचाव ही इस बीमारी से लड़ने का सबसे कारगर उपाय है।


आमतौर पर देखा गया है कि जब कभी इस तरह का कोई भयावह संक्रमण होता है, तो लोग काफी घबरा जाते हैं, लेकिन पैनिक होकर आप किसी भी समस्या का सामना नहीं कर सकते। भारत में अभी इसके इक्का-दुक्का मामले ही पकड़ में आए हैं, इसलिए इतना अधिक बैचेन होने की जरूरत नहीं है, लेकिन फिर भी सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है। अपनी स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें और स्वयं को सर्दी-जुकाम-बुखार से बचाकर रखें, तो इस बीमारी से निपटा जा सकता है तथा इसे महामारी बनने से रोका जा सकता है।